पद्य 1 /
तूने मुझे सारी रात जगाए रखा
सोचता रहा कि मैं कर क्या रहा हूँ पूरी रात
सोचते हुए (गंदे निंजा के बारे में)
तुम उदास, गंदे निंजा हो
बिना प्यार, बिना कुछ—गंदे निंजा
(वोओ वोओ)
प्री-कोरस /
मैंने अपना बैग नीचे रखा ताकि तुझे समर्पित कर सकूं
बेवकूफ़ कमीना
मैंने खुद को नीचे गिराया ताकि तेरे स्तर पर आ सकूं और तुझसे बात कर सकूं
मैंने खुद को नरक से वापस खींचा ताकि तुझसे जुड़ सकूं
पर मैं नीचे नहीं गिरता (नहीं)
तू मेरे जूते के नीचे है (बिलकुल नहीं)
कोरस /
ऊऊऊ ऊऊऊ
मूर्ख निंजा
मूर्ख निंजा
और ऊऊऊ ऊऊऊ
मूर्ख निंजा
साले मूर्ख निंजा
पद्य 2 /
मुझे यकीन नहीं होता कि मैंने खुद को खो दिया
तुझे पाकर खुद को ढूँढने की कोशिश में
सबसे बेवकूफ़ी भरा काम
किसी ऐसे इंसान पर भरोसा करना
तेरे जैसा
(Havs) पद्य 3 /
ईमानदारी को प्राथमिकता दी जाती है
सम्मान कमाया जाता है
भरोसा वह चीज़ है जो पाई जाती है
जब वफ़ादारी लौटाई जाती है
कोरस /
मूर्ख निंजा
मूर्ख निंजा
मूर्ख निंजा
मूर्ख निंजा